क्या आपका Business, traditional Business है या फिर digital business है। तो इस पोस्ट को पढ़ते रहिए क्यों कि यहां पर हम traditional business vs digital business की compare करेंगे और अंत में बताएंगे दोनों businesses की अपनी अपनी क्या advantages होती है । और इस पोस्ट में दोनों business की compare करके बताएंगे की दोनों में कौन ज्यादा effective है।

यदि आप internet का use करते हैं और आपका business, traditional business है तो यह blog आपके Business के लिऐ रामबाण उपाय हो सकता है। बस आपका काम है इस blog को पढ़ते रहिए।

मैं बार बार traditional business vs digital business की बातें कर रहा हूं l आप लोगों में से इस business के बारे में थोड़ा बहुत तो knowledge होगी ही। फिर भी हम traditional business और digital business क्या होता है इसके बारे में जानने की कोशिश करते हैं l तो चलिए देखते हैं traditional business और digital business क्या होता है।

traditional business vs digital business

Table of Contents

Traditional business vs digital business

किसी भी business के लिए marketing अहम हिस्सा होता है। Marketing की वजह से ही business को अपना brand name मिलता है। आपने यह गौर किया होगा कि कुछ business की brand नहीं होती लेकिन कुछ business की brand ऊंची होती है। यह सब marketing के तरीके के ऊपर निर्भर होती है। अब यह बात सामने आती है कि business में कौन से marketing के तरीके अपनाया जाय जिससे business को brand name मिल सके। देखिए मार्केटिंग करने के दो तरीके होते हैं पहला तो ये की जो तरीके पुराने समय से चलते आ रहें हैं जिन्हें traditional marketing कहते हैं और दूसरा तो ये की आज के digital युग में हो रहा है, जिन्हें digital marketing कहते हैं। Traditional marketing और digital marketing से जो business होता है उसे traditional business और digital business कहते हैं। चलिए इन दोनों business को अच्छे से जानते हैं।

traditional marketing vs digital marketing

Traditional Business

Traditional business, business करने के उस तरीके को कहते हैं जो तरीका business करने के लिऐ पुराने समय से चलते आ रहे हैं। या यूं कहें कि traditional business, उस buniness करने के तरीके को कहते है जो तरीका हमें दादा- पिता के विरासत से मिलती है। अपने business की brand name बनाने के लिऐ जो इन्हीं पुराने तरीको को अपनाया जाता है उसी को हम traditional business कह सकते हैं। हम कह सकते हैं कि 2000 वीं से पहले जितने भी business हैं वो traditional business होता है।

अब आप सोच रहे होंगे कि पुराना होने के कारण यह business अब सिमट गई होगी, पर ऐसे नही है

यह traditional business आज भी प्रचलित है। अब हम जनेंगे कि traditional marketing से business कैसे होती है।

Traditional प्रकार के business में अपने product को consumer तक पहुंचाने के लिऐ बीच में कई सारे मेडियाटर होते हैं। जैसे-

Factory – company – advertisements – distributors – whole sales – retailers – customers.


जैसे की ऊपर दिखाया गया traditional business में एक products को customers तक पहुंचने में इतने सारे प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है तब जाकर customers तक products पहुंचता है। इन प्रोसेस से गुजरने के कारण product काफी महंगे हो जाती है।

इन प्रोसेस में सबसे important मेडिएटर products का advertising करना होता है। Traditional business मतलब पुराने जमाने के business को advertising करने के लिऐ बिजनेसमैन अपने product का advertise के लिऐ मुख्य तरीके अपनाते हैं-

> Television

> Poster

> Newspaper

> Radio

> Telephone

> Podcasts

इन सभी माध्यम से company अपने product की advertising करता है। उदाहरण के लिए, अक्सर हमको television मे अपने जरूरत की सामानों का ads दिखाते हैं। मॉडल आकर हमको उस समान की advantage बताते है। लेकिन बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो इस सामानों के प्रति attract होते हैं और product को खरीद लेते हैं। यह पर actraction marketing का कॉन्सेप्ट use होता है। इस प्रकार radio, newspaper में भी product की advantages बताते हैं। advertising करने का यह तरीका पुराना है। इसलिए इसे traditional business कहते हैं। इस प्रकार की advertising में product का प्रचार – प्रसार बहुत ही कम होता है। जिस वजह से business भी उतना नहीं चल पाता। क्योंकि आज कल advertising करना आसान हो गया है।

हम आगे बताएंगे की advertising करना कैसे आसान हो गया है, जानने के लिऐ एस ब्लॉग को पढ़ते रहिए।

Advantages of Traditional business

> Traditional business में use किए गए पोस्टर, पामलेट, आदि को दोबारा यूज किया जा सकता है। और आप कहीं भी, किसी भी समय पढ़ सकते हो। इसमें internet connection की आवश्यकता नहीं होती।

> Traditional business का उस करके आप local audience तक आसानी से पहुंच सकते हो।

>Traditional business में हार्ड कॉपी का यूज किया जाता है। यह हमेशा easy होता है भविष्य में maintain और recall करने के लिए।

>Traditional business का जो तरीका होता है वह पहले से आजमाया और टेस्ट किया हुआ होता है। इस प्रकार यह तरीका सफलता दिलाने में साबित होगा।

traditional business vs digital business

Disadvantages of traditional marketing

हालाकि traditional business को थोड़ा सफलता मिल रही है। लेकीन आज के बढ़ते internet प्रयोग के कारण traditional business को कुछ नुकसान भी है। Internet के अत्यधिक प्रयोग से छोटे बिजनेसमैन भी social media, internet, website का यूज करके अपने बैनर, पोस्टर को whatsapp, facebook, Instagram में अपने product का advertise करने के लिये सक्षम है। इसके disadvantage इस प्रकार है-

Traditional marketing में newspaper पर विज्ञापन डालने, या किसी पोस्टर, पैंफलेट को बनाने के लिए आपको बहुत बड़ा invest करने कि आवश्यकता होती है।

> Traditional business में product की प्रचार करने का उत्तम माध्यम नहीं हैं l traditional business में product की marketing करने के किए ज्यादा मेहनत करना पड़ता है और ज्यादा invest करने पड़ते हैं, लेकिन प्रॉफिट कम होता है।

> Traditional business में customer लिमिटेड होते है। और यह business लिमिटेड जगह पर ही होता है। Limited are होने के कारण प्रॉफिट भी कम होता है।

> Traditional marketing में आप अपने advertising को edit नहीं कर सकते। मन लो आप अपने product के लिए एक newspaper में या पोस्टर में विज्ञापन देते हैं । और आपका ऑफर ख़तम हो गया तो आप विज्ञापन को edit नहीं कर सकते।

> Traditional marketing में specific customers को target नहीं कर सकते। केवल specific market को target किया जा सकता है।

>traditional business के कई method जैसे newspaper अब online हो रही है। अब लोग online news पढ़ना पसंद कर रहे हैं। क्योंकि online news कहीं भी पढ़ सकते हैं।

> Traditional business के marketing में अब अधिकांश लोग पोस्टर, बैनर को अनदेखा कर रहे हैं, या पढ़ना छोड़ देते हैं। और विज्ञापन दिखाए जाने पर television का चैनल बदल सकते है।

अब हम बात करेंगे कि digital busibess के बारे में

Digital Business

Digital business, marketing करने के उस तरीके को कह जाता है जो internet, computer, इलेक्ट्रानिक मीडिया के जरिए से होती है। यानी अपनी product और services की digital साधन से मार्केटिंग करने की प्रक्रिया को डिजिटल marketing कहते है। Digital marketing करने के इस तरीके की ही digital बिजनेस कह जाता है। आजकल अपने business की brand वैल्यू बनाने के लिए इन्हीं digital साधन का यूज करते है। हम यह कह सकते हैं की 2000 वीं के बाद जितने भी business है वो digital business होता है। Traditional business का अपडेटेड वर्जन डिजिटल business है।

अब आप सोच रहे होंगे कि डिजिटल business, marketing करने के नए तरीके होने के कारण बिजनेसमैन इस तरीके को अपनाता होगा। आपने सही सोचा, लेकीन डिजिटल साधन की नॉलेज नहीं होने के कारण कुछ बिजनेसमैन traditional marketing को ही अपनाता है।अब हम जनेंगे कि डिजिटल marketing से business कैसे होती है।

डिजिटल प्रकार के business में अपने product को consumer तक पहुंचाने के लिऐ बीच में किसी भी प्रकार की मीडिएटर नहीं होती। या traditional business की तुलना में बहुत ही कम मीडिएटर होते हैं। जैसे-

Factory – company – advertisements – customers.

जैसे की ऊपर दिखाया गया डिजिटल business business में एक products को customers तक पहुंचने में traditional business की तुलना में किसी भी प्रकार की मेडियेटर से होकर गुजरना नहीं पड़ता है। इस business में product, direct consumer तक पहुंच जाता है।

Business करने के इस प्रोसेस में सबसे important मेडिएटर products का advertising करना होता है। Digital business मतलब traditional business के अपडेटेड वर्जन के business को advertising करने के लिऐ बिजनेसमैन अपने product का advertise के लिऐ मुख्य तरीके अपनाते हैं-

> Social media marketing

> Email marketing

> Affiliate marketing

> PPC marketing

> Content marketing

> SEO

> Online PR

> Business automation

इन सभी माध्यम से company अपने product की advertising करता है। उदाहरण के लिए, अगर आप social media का यूज करते हो तो आपको भी facebook, YouTube, bolg पर अलग अलग company के विज्ञापन जरूर दिखाई दिए होंगे। आजकल internet का यूज सभी लोग करते है, social media पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा है। लेकिन बहुत कम लोग ऐसे होते हैं जो इन products के प्रति attract नहीं होते हैं और product को नहीं खरीदते। advertising करने का यह तरीका traditional की तुलना में नया है। इस प्रकार की advertising में product का प्रचार – प्रसार बहुत ही ज्यादा होता है। जिस वजह से business भी उतना ही grow करता है। क्योंकि आज कल internet पर advertising करना आसान हो गया है।

traditional business vs digital business

Advantages of Digital business

> यदि आप डिजिटल business करते है तो अपने product को कंज्यूमर तक पहुंचाने के किए किसी भी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं होती, डायरेक्ट कंज्यूमर तक पहुंच सकते हैं। और सीधे ही लाभ कमा सकते हो। इसमें कोइ सेटअप नहीं लगता।

> Digital business से आपके पास reach बहुत होती है। आपके पास कस्टमर बहुत ज्यादा होती है। एक website, social मीडिया के जरिए अपने product को दुनिया भर में दिखा सकते हो।

> Digital advertising के जरिए आप आपने कस्टमर की अवतार बना सकते हो। इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि आपको specific costumer के लिए specific product को target कर सकते हो।

> जब आप अपना business digital सेट करते हैं तो आपको जगह , या मकान किराए के बारे में सोचने की आवश्यकता नहीं होती। पोस्टर, पैंफलेट की आवश्यकता नहीं होती, कोइ रखरखाव की टेंशन नहीं होती। बस ऑनलाइन marketing का ज्ञान होनी चाहिए। इससे लागत कम हो जाती है।

> Digital business, traditional business के मुकाबले काफी सुविधाजनक होता है। अपने घर या ऑफिस में रहकर ही अपने business को manage कर सकते हो। जब आप सीधे कस्टमर को अपना product बेच रहें हैं तो आपके business को manage करने की कम आवश्यकता होती है, जिससे कम कम कर्मचारी की आवश्यकता होती है।

> महामारी के दौरान जब पूरी दुनिया लॉकडाउन थी, तब traditional business को काफी नुकसान हुआ। जबकि digital business को काफ़ी लाभ हुआ। क्योंकी ऑनलाईन सेवाएं प्रदान करने की अनुमति थी। Digital business में आपको भीड़ के बारे मे चिंता करने की जरूरत नही है।

> Digital business में डिजिटल advertising को आप आसानी से control कर सकते हो। यानी आपको जिस जगह पर product को नहीं दिखानी हों वहां पर विज्ञापन को बंद कर सकते हो। और जरूरत होने पर दिखा सकते हो।

Disadvantages of Digital Business

Digital busibess में हानि, लाभ के मुकाबले बहुत कम है।

> डिजिटल business का पूरा ऑपरेशन इन्टरनेट पर निर्भर करता है। हालाकि यह बहुत विकसित हो चुका है। लेकीन अगर internet की कनेक्टिविटी में किसी भी प्रकार की समस्या आयी होगी तो, पूरा बिजनेस नीचे जा सकता है।

> internet का विकास अभी बाकी है लेकिन इंडिया में आधे आबादी के पास internet की पहुच नहीं है। काई लोग खरीदारी के लिए internet का प्रयोग शायद ही करते हैं।

> बढ़ती डिजिटलीकरण के कारण काई online business और ecommers स्टोर बढ़ी है यानि स्टार्टअप की संख्या में वृद्धि हुई है। वृद्धि होने के कारण मार्केट मे कॉम्पिटिशन बढ़ी है। ऐसे में नए बिजनेस को चलाना मुश्किल हो सकता है।

traditional business vs digital business

Best 6 reasons to use Digital business

> Traditional business में invest बहुत ज्यादा होता है और लाभ बहुत कम होता है, जबकि digital business में invest कम लगता है और profit अधिक होती है।

> Traditional marketing द्वारा कम्पनी का ब्रांड name बनने में टाइम लगता है, जबकि digital marketing द्वारा जल्दी बन जाता है।

> Digital business के परफॉर्मेंस को एनालिटिक्स किया जा सकता है, जबकि traditional business में यह संभव नहीं हैं।

> Traditional marketing company पूरी दुनिया तक नहीं पहुंच पाती, जबकि digital marketing company पूरी दुनिया तक आसानी से पहुंच सकती है।

> Digital business में डिजिटल advertising द्वारा specific customers को target कर सकते हैं, जबकि traditional business में उन लोगो को भी विज्ञापन दिखाया जाता है जो उनकी जरूरत नहीं होती।

> Digital business 24/7 time उपलब्ध होती है, जबकि traditional business 15/7 time होती है।

आज के समाय में कौन सा तरीका अच्छा है, मार्केटिंग के लिए

पूरी दुनिया में 4.45 बिलियन लोग इन्टरनेट का यूज करते हैं। रिसर्च में पाया गया कि व्यक्ति औसतन दिन के 2 – 4 घंटे internet पर एक्टिव रहते हैं। इससे ये पता चलता है कि internet पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा है। ऐसे में इन्टरनेट अपने आप मे बहुत बड़ा मार्केट है। अगर देखा जाए तो इंडिया में भी इंटरनेट यूजर बढ़ते जा रहे हैं। और लोग डिजिटल होते जा रहें हैं।

Traditional business और Digital Business में मुख्य अंतर मार्केटिंग का होता है। Digital business में digital media जैसे social media का यूज करते हैं, जबकी traditional business में traditional मीडिया जैसे न्यूजपेपर आदि का यूज करते हैं। दोनों business में अपने अपने पोजिटिव और नेगेटिव प्वाइंट है। तो ऐसी मे जरूरत होती है अपनी मार्केटिंग need को जानना |

वेबसाइट डेवलपमेंट के साथ शुरुआत कैसे करें?

कोई भी businessman जो अपने बिज़नेस को seriously लेना चाहता है, उसके पास एक वेबसाइट होनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि potential customer खरीदारी करने से पहले किसी कंपनी पर search करने के लिए अक्सर ऑनलाइन जाते हैं। यदि आपके पास कोई वेबसाइट नहीं है, तो आप अपने टारगेट market तक पहुंचने के मूल्यवान opportunities से वंचित हैं।

यहां आपके business के लिए वेबसाइट के साथ शुरू करने के लिए एक quick guide दी गई है:

1. तय करें कि आपको किस तरह की वेबसाइट चाहिए। पहला कदम अपनी वेबसाइट के purpose को निर्धारित करना है। क्या आप products को ऑनलाइन बेचना चाहते हैं, या केवल अपने business के बारे में जानकारी प्रदान करना चाहते हैं? एक बार जब आप जान जाते हैं कि आप अपनी वेबसाइट से क्या करना चाहते हैं, तो आप इसके डिजाइन और content की Plan बनाना शुरू कर सकते हैं।

2. एक वेब डेवलपर खोजें। जब तक आपके पास स्वयं वेब विकास का अनुभव न हो, किसी ऐसे व्यक्ति को काम पर रखना सबसे अच्छा है जो ऐसा करता हो। एक ऐसे डेवलपर की तलाश करें, जिसके पास ऐसी वेबसाइट बनाने का Experience हो, जो आप चाहते हैं।

3. एक डोमेन नाम और होस्टिंग प्राप्त करें। आपकी वेबसाइट बनाने के लिए आपके वेब डेवलपर को इनकी आवश्यकता होगी। एक डोमेन नाम इंटरनेट पर आपकी वेबसाइट का पता होता है जबकि होस्टिंग वह जगह होती है जहां आपकी वेबसाइट की फाइलें होती हैं।

Conclusion

इस आर्टिकल में हममें जाना कि traditional business और digital business क्या होता है, उन दोनों में अंतर क्या होता है। इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद पता चलता है कि digital business, traditional business की कमी को पूरा करता है। हममें यह भी जाना की मार्केटिंग के लिए कौन सा तरीका आज के युग में अच्छा है। ऐसे ही डिजिटल मार्केर्टिंग ट्रिक पाने के लिए Youtube channle को सब्सक्राइब करें।

आपको क्या लगता है कौन सा तरीका अच्छा है comment में जरूर बताएं। अगर आर्टिकल अच्छा लगा तो अपने दोस्तों को भी शेयर ज़रूर करें।

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